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|संग्रह=
}}
[[Category:ग़ज़ल]]
<poem>
हमने दुनिया में आके क्या देखा
देखा जो कुछ सो ख़्वाब-सा देखा
हमने दुनिया में आके क्या देखा <br>है तो इन्सान ख़ाक का पुतला देखा जो कुछ सो ख़्वाबलेक पानी का बुल-सा बुला देखा <br><br>
है तो इन्सान ख़ाक का पुतला <br>ख़ूब देखा जहाँ के ख़ूबाँ को लेक पानी का बुल-बुला एक तुझ सा न दूसरा देखा <br><br>
एक दम पर हवा न बाँध हबाब
दम को दम भर में याँ हवा देखा
ख़ूब देखा जहाँ के ख़ूबाँ न हुये तेरी ख़ाक-ए-पा हम ने ख़ाक में आप को <br>एक तुझ सा न दूसरा मिला देखा <br><br>
एक दम पर हवा न बाँध हबाब <br>दम को दम भर में याँ हवा देखा <br><br> न हुये तेरी ख़ाक-ए-पा हम ने <br>ख़ाक में आप को मिला देखा <br><br> अब न दीजे "ज़फ़र" किसी को दिल <br>
कि जिसे देखा बेवफ़ा देखा
</poem>
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