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ज़िंदगी ! ऐ ज़िंदगी ! / फ़राज़

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* [[बेनयाज़-ए-गम-ए-पैमाने वफ़ा हो जाना / फ़राज़]]
* [[पयाम आए हैं उस यार-ए-बेवफ़ा के मुझे / फ़राज़]]
* [[जब तेरी याद के जुगनू चमके / फ़राज़]]
* [[हर एक बात न क्यों ज़हर सी हमारी लगे / फ़राज़]]
* [[ऐसे चुप हैं कि ये मंजिल भी कड़ी हो जैसे / फ़राज़]]
* [[रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ / फ़राज़]]
* [[कुर्बतों में भी जुदाई के ज़माने मांगे / फ़राज़]]
* [[न हरीफ-ए-जाँ न शरीक-ए-ग़म, शब्-ए-इंतज़ार कोई तो हो / फ़राज़]]
* [[दिल तो वह बर्ग-ए-खिजां है कि हवा ले जाए / फ़राज़]]
* [[ख़ामोश हो क्यों दाद-ए-ज़फा क्यों नहीं देते / फ़राज़]]
* [[दिल बहलता है कहाँ अंजुम-ओ-महताब से भी / फ़राज़]]
* [[वफ़ा के बाब में इल्ज़ाम-ए-आशिक़ी न लिया / फ़राज़]]
* [[ज़ख्म को फूल सरसर को सबा कहते हैं / फ़राज़]]
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