भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
* [[ऐ मौत उन्हें भुलाए ज़माने गुज़र गये / खुमार बाराबंकवी]]
* [[तस्वीर बनाता हूँ तस्वीर नहीं बनती / खुमार बाराबंकवी]]
* [[एक पल में एक सदी का मज़ा हमसे पूछिये पूछिए / खुमार ख़ुमार बाराबंकवी]]
* [[हाल-ए-गम उन को सुनाते जाइए / खुमार बाराबंकवी]]
* [[हुस्न जब मेहरबान हो तो क्या कीजिए / खुमार बाराबंकवी]]