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[[Category:ग़ज़ल]]
यह राहे —महब्बत -महब्बत है गर अज़्मे—सफ़र अज़्मे-सफ़र<ref>सफ़र का इरादा</ref> रखिए
फ़ौलाद <ref>इस्पात</ref> का दिल रखिए, पत्थर का जिगर रखिए
हालात ये कहते हैं, हालात सुधरने का
इम्कान <ref>संभावना</ref> नहीं कोई, उम्मीद मगर रखिए
उफ़ कैसी तगो—दौ <ref>दौड़-धूप</ref> है पल भर की नहीं फ़ुर्सत
क्या खुद से कभी मिलिए क्या अपनी ख़बर रखिए
हर राहनुमा <ref>नेतृत्व करने वाला</ref> आखिर रहज़न <ref>लुटेरा</ref> ही निकल्ता निकलता है
किस किस पे नज़र रखिए किस किस की ख़बर रखिए
एहसासे—तमन्ना को छू पाए न शय <ref>वस्तु</ref> कोई
अब दिल के घरौंदे में दरवाज़ा न दर रखिए
 अज़्मे—सफ़र=सफ़र का इरादा; इम्कान=संभावना; तगौ—दौ=दौड़—धूप; रहज़न=लुटेरा ; मय=मदिरा{{KKMeaning}}