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क्या कर्तव्य यही है भाई सीता ने सिर झुका लिया
आर्य आपको आपके प्रति इस जन ने कब-कब क्या कर्तव्य किया
प्यार किया है तुमने केवल सीता यह कह मुस्काईं
किन्तु राम की आँखें जैसे सफल सीप सी भर आईं।
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