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|संग्रह=
}}
<poem>रचना यहाँ टाइ१)'''1'''मीठी इच्छा
कुछ दिन
तुम छुट्टी पर
हवा के पंखो
ज़िंदगी कविता ....
शबनम के कुछ कतरे
कभी ना सच होने के लिए !
दिल में दबी हुई
तो इनको चुपके से दफ़ना दूँ !
तेरे मेरे प्यार का