भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

साँचा:KKEkMoti

60 bytes removed, 19:26, 20 सितम्बर 2009
<td align=center valign=top>
<font size=2><b>
टुकड़े-टुकड़े दिन बीतासाईं इतना दीजिये, धज्जी-धज्जी रात मिली।जा मे कुटुम समाय। <br>जितना-जितना आँचल थामैं भी भूखा न रहूँ, उतनी ही सौगात मिली।। साधु ना भूखा जाय॥ <br>
</b></font>
<br>
कविता कोश में [[मीना कुमारीकबीर]]
</td></tr></table>
<!----BOX CONTENT ENDS------>
</div><div class='boxbottom'><div></div></div></div>