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मेरी ग़ज़ल की जान समझना उन्हें ’फ़िराक़’
शम्‍मएंशम्‍मअ-ए- ख़याले - यार की ये थरथराहटें।
* गोर्की की सुप्रसिद्ध कहानी ’छब्बिस आदमी और एक लड़की’ पढ़कर - ’फ़िराक़’