भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
* [[कौन आया रास्ते आईनाख़ाने हो गये / बशीर बद्र]]
* [[अज़्मतें सब तिरी ख़ुदाई की / बशीर बद्र]]
* [[मैं ग़ज़ल कहूँ मैं ग़ज़ल पढ़ुँ पढूँ / बशीर बद्र]]
* [[याद किसी की चाँदनी बन कर / बशीर बद्र]]
* [[माटी की कच्ची गागर को क्या खोना / बशीर बद्र]]