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|रचनाकार=अटल बिहारी वाजपेयी
}}
{{KKCatKavita}}<poem>क्या सच है, क्या शिव, क्या सुंदर?<br>शव का अर्चन,<br>शिव का वर्जन,<br>कहूँ विसंगति या रूपांतर?<br><br>
वैभव दूना,<br>अंतर सूना,<br>कहूँ प्रगति या प्रस्थलांतर?<br/poem>