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Kavita Kosh से
क ख ग घ ङ (कवर्ग)<br>
च छ झ ज ञ (चवर्ग)<br>
ट ठ ड ढ न ण (टवर्ग)<br>
त थ द ध न (तवर्ग)<br>
प फ ब भ म (पवर्ग)<br>
संयुक्त व्यंजन का मतलब दो व्यंजन, जिसमें से एक हलंत होने की वजह से दूसरे से मिल गया हो। जैसे कि द्ध श्र त्र ज्ञ क्ष वग़ैरा। क्ष त्र ज्ञ की शक्ल से पता नहीं चलता कि ये किन अक्षरों से बने हैं। इस तरह इन्हें स्वतंत्र अक्षर मान लिया जाता है, पर ये वर्णमाला में नहीं आते, और शब्दकोशों ओर आदिक्रमिक सूचियों में इन्हें इनके पहले अक्षर के बाद की जगह दी जाती है। जैसे क्ष क के बाद मिलेगा। ज्ञ का उच्चारण ज्+ञ न होकर ग्य होता है।