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|रचनाकार=सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"]]।रचनाकाल|संग्रह=7 दिसम्बर, 1952आराधना / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
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अपने रोग, भोग से रहकर,
निर्यातन के कर मलने दो।
 
रचनाकाल=7 दिसम्बर, 1952
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