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श्रेणी:रुबाई

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"[[श्रेणी:रुबाई]]" सुरक्षित कर दिया ([संपादन=केवल प्रबन्धकों को अनुमति दें] (अनिश्चितकालीन) [स्थानांत
<poem>रुबाई में चार पंक्तियाँ होती हैं, जिनकी प्रथम दो पंक्तियों और चौथी पंक्ति के तुकांत मिलने चाहिए ।चाहिए। यदि तीसरी पंक्ति का भी तुकांत मिलता है तो कोई त्रुटि नहीं मानी जाती है ।है। रुबाई के लिए चौबीस बहर ( वज़्न ) निश्चित किये किए गए हैं । उदाहरण के लिए :-  औरों के लिए जो दिल सदा लेते हैं इंसान फूलों को सर चढ़ा लेते हैं और जो झुके रहते हैं बाईज़्ज़ों नियाज़ मर्दम उन्हें आँखों पै बिठा लेते हैं  </poem>हैं।