भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अकबर इलाहाबादी }} {{KKCatGhazal}} <poem> जो हस्रते दिल है, वह नि…
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=अकबर इलाहाबादी
}}
{{KKCatGhazal}}
<poem>
जो हस्रते दिल है, वह निकलने की नहीं
जो बात है काम की, वह चलने की नहीं
यह भी है बहुत कि दिल सँभाले रहिए
क़ौमी हालत यहाँ सँभलने की नहीं
</poem>
{{KKRachna
|रचनाकार=अकबर इलाहाबादी
}}
{{KKCatGhazal}}
<poem>
जो हस्रते दिल है, वह निकलने की नहीं
जो बात है काम की, वह चलने की नहीं
यह भी है बहुत कि दिल सँभाले रहिए
क़ौमी हालत यहाँ सँभलने की नहीं
</poem>