भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

तप्त माथे पर / धर्मवीर भारती

499 bytes added, 02:26, 28 अक्टूबर 2009
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=धर्मवीर भारती }} <poem>तप्त माथे पर, नजर में बादलों क…
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=धर्मवीर भारती
}} <poem>तप्त माथे पर, नजर में बादलों को साध कर
रख दिये तुमने सरल संगीत से निर्मित अधर
आरती के दीपकों की झिलमिलाती छाँह में
बाँसुरी रखी हुई ज्यों भागवत के पृष्ठ पर</poem>
750
edits