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|संग्रह=वर्षा में भीगकर / इब्बार रब्बी
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उस औरत की गोद में बच्चा
मैं बच्चे को देख रहा हूँ
और औरत को।
 
:::मैं मैं नहीं रहा
:::गोद में हो गया
धरती की गोद में
पुरानी, बहुत पुरानी कब्र की तरह।
 
'''रचनाकाल : 16.08.1979
 
</Poem>
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