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|संग्रह= सुनो कारीगर / उदय प्रकाश
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एक सुस्त बैल
हाँफ रहा है.
उसके पुट्ठों पर
चमक रहा है पसीना
थके हुए नथुनों से
गिर रहा है
सफ़ेद झाग
सफ़ेद झाग
धीरे-धीरे
सारे मैदान में
जमा हो गया है.
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