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Kavita Kosh से
*[[मा’बूद / फ़राज़]]
*[[जुज़ तेरे कोई भी दिन-रात न जाने मेरे / फ़राज़]]
*[[न हरीफ़े जाँ न शरीक़े-ग़म शबे-इंतज़ार कोई तो हो / फ़राज़]]
*[[शाख़े-निहाले-ग़म / फ़राज़]]