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तेरी हँसी / सतीश बेदाग़

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तेरी हंसी
देखकर तेरी हँसी,देखा है
जब सिमट आती है हाथों में मेरे तेरी हँसी
तब मेरे ज़हन में अल्लाह का नाम आता है
 
-सतीश बेदाग़