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दर्द आशोब / फ़राज़

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*[[ऐ मेरे बेदर्द शहर / फ़राज़]]
*[[घर में कितना सन्नाटा है बाहर कितना शोर / फ़राज़]]
*[[फिर भी तू इंतज़ार कर शायद / फ़राज़]]
*[[अब वो झोंके कहाँ सबा जैसे / फ़राज़]]
*[[तिर्याक़ / फ़राज़]]