गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
शहीद / ऐ वतन ऐ वतन
68 bytes added
,
19:15, 28 नवम्बर 2009
'''रचनाकार् - प्रेम् धवन्'''
<poem>जलते भी गये केहते भी गये
आजादि के पर्वाने
जीना तो उसी का जीना है
Gumnaam
35
edits