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दूद-ए-शम-ए-कुश्ता था शायद ख़त-ए-रुख़्सार-ए-दोस्त<br><br>
ऐ दिल दिले-ना'आक़बत अंदेश -आकिबतअंदेश ज़ब्त-ए-शौक़ कर<br>कौन ला सकता है ताब-एताबे-जल्वा-ए-दीदार-ए-दोस्त<br><br>
ख़ाना विराँसाज़ीवीराँसाज़ी-ए-हैरत तमाशा कीजिये<br>सूरत-ए-नक़्श-एनक़्शे-क़दम हूँ रफ़्ता-ए-रफ़्तार-ए-दोस्त<br><br>
इश्क़ में बेदाद-ए-रश्क़-ए-ग़ैर ने मारा मुझे<br>
कुश्ता-ए-दुश्मन हूँ आख़िर गर्चे था बीमार-ए-दोस्त<br><br>
चश्म-ए-मय रौशन के कि उस बेदर्द का दिल शाद है<br>
दीदा-ए-पुर-ख़ूँ हमारा सागर-ए-सर-शार-ए-दोस्त <br><br>
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