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आप को जाते न देखा जाएगा
शुक्रिया लुत्फ़ -ए लुत्फ़े-मुसलसल का मगर गाहे-गाहे दिल को दुखाते जाइए
दुश्मनों से प्यार होता जाएगा
दोस्तों को आज़माते जाइए
रोशनी महदूद हो जिन की जिनकी 'ख़ुमार' उन चरागों चराग़ों को बुझाते जाइए
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