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{{KKRachna
|रचनाकार=हरिवंशराय बच्चन
|संग्रह=जाल समेटा / हरिवंशराय बच्चन}}{{KKCatKavita}}<poem>मैनें चिड़िया से कहा, मैं तुम पर एक
कविता लिखना चाहता हूँ।
चिड़िया नें मुझ से पूछा, 'तुम्हारे शब्दों में
चिड़िया बोली, 'प्यार का शब्दों से क्या सरोकार है?'
एक अनुभव हुआ नया।
मैं मौन हो गया!</poem>