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{{KKFilmRachna
|रचनाकार= प्रेम धवन
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ओ मेरा रंग दे बसंती चोला ओय मेरा रंग बेसमान दे है ओ मेरा रंग दे बसंती चोलाओय रंग दे बसंती चोलामाए रंग दे बसंती चोला
एक बार इस राह में मरना सौ जन्मों के समान है
देख के वीरों की क़ुरबानी अपन अपना दिल भी बोला
मेरा रंग दे बसंती चोला
ओ मेरा रंग दे बसंती चोला
मेरा रंग दे
ओ मेरा रंग दे बसंती चोला
ओय रंग दे बसंती चोला
जिसे पहन झाँसी की रानी मिट गई अपनी आन पे
आज उसी को पहन के निकला, पहन के निकला आज उसी को पहन के निकला हम मस्तों का टोला
मेरा रंग दे बसंती चोला
ओ मेरा रंग दे बसंती चोला मेरा रंग दे बसंती चोलाओ मेरा रंग दे बसंती चोला ओय रंग दे बसंती चोला माई माए रंग दे बसंती चोला<poem>