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बोल लेने के बाद दम साधे इन्तज़ार कर रहा था कि जिन शब्दों से बनी थी यहआवाज़ जब गिरेंगे वे शब्द पृथ्वी पर तो कुछ तो आवाज़ होगी
मैं दम साधे ही खड़ा रहा
कोई आवाज़ न हुई