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Kavita Kosh से
बोलो मेरे संग, जय हिन्द्, जय हिन्द्, जय हिन्द्
रस्ते पे चलुगां चलूंगा न डर-डर के
चाहे मुझे जीना पडे मर-मर के
आगे ही आगे बढाउंगा कदम्
दाहिने बाएं दाहिने बाएं, थम्!
बोलो मेरे संग, जय हिन्द्, जय हिन्द्, जय हिन्द्
हरे-भरे खेत लहराएगें वहाँ
धरती पे फाके न पाएगें जनम
नया है जमाना मेरी नई है डगर
देश को बनाउंगा मशीनो मशीनों का नगर
भारत किसी से न रहेगा कम
आगे ही आगे बढाउंगा कदम्
बोलो मेरे संग, जय हिन्द्, जय हिन्द्, जय हिन्द्
बडा हो के देश का सितारा बनुउंगाबनूंगादुनिया की आँखो का टारा बनुउंगातारा बनूंगारखुंगा रखूंगा उंचा तिरंगा हरदम
आगे ही आगे बढाउंगा कदम्
दाहिने बाएं दाहिने बाएं, थम्!