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* [[कई शक्लों में खुद को सोचता है / शीन काफ़ निज़ाम]]
* [[मैंने तो ऐसा कोई मंज़र कभी देखा न था / शीन काफ़ निज़ाम]]
* [[अब ख्यालों ख़्यालों में है न ख़्वाबों में / शीन काफ़ निज़ाम]]
* [[दर्द-ओ-ग़म का घना अँधेरा था / शीन काफ़ निज़ाम]]
* [[पत्तियाँ हो गईं हरी देखो / शीन काफ़ निज़ाम]]
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