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बारे आराम से है अहले-जफ़ा मेरे बाद <br><br>
मंसब-ए-शेफ़तगी शेफ़्तगी के कोई क़ाबिल न रहा <br>हुई मअज़ूलीम'अज़ूली-ए-अंदाज़-ओ-अदा मेरे बाद <br><br>
शम 'अ बुझती है तो उस में से धुआँ उठता है <br>
शोला-ए-इश्क़ सियहपोश हुआ मेरे बाद <br><br>
निगह-ए-नाज़ है सुर्मे से ख़फ़ा मेरे बाद <br><br>
है जुनूँ अह्ल-एअहले-जुनूँ के लिये आग़ोश-ए-विदा <br>
चाक़ होता है गरेबाँ से जुदा मेरे बाद <br><br>
कौन होता है हरीफ़-ए-मै-एमए-मर्द-अफ़्गन-ए-इश्क़<br>
है मुकर्रर लब-ए-साक़ी पे सला मेरे बाद <br><br>