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Kavita Kosh से
वे तुम्हारे पास आयेंगे.समझायेंगे.<br>
उनके अर्थों में तुम सामाजिक नहीं<br>
हो. तुम नहीं चलते हो उनके पदचिन्होंपदचिह्नों<br>
को टटोलते हुए. वे तुम्हें बतायेंगे समाज<br>
के माने. वे तुम्हे भय दिखायेंगे.