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वार्ता:पंजाबी लोकगीत

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न करिये माण वतानां दा ,
असीं हाँ लाल परदेसी,
तू सच सच आख वे जोगी ,
सजन मिलसी के न मिलसी,
मिलन होसी के न होसी,
अधी राती दुपट्टा रंगया,
न माही आया न किली टंगया ,
तू सच सच आख वे जोगी ,
सजन मिलसी के न मिलसी,
मिलन होसी के न होसी,
अधी राती पकन केले ,
विच्छ्डयाँ नूं रब आप सेले ,
तू सच सच आख वे जोगी ,
सजन मिलसी के न मिलसी,
मिलन होसी के न होसी,
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