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वार्ता:पंजाबी लोकगीत

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न करिये माण वतानां वतनां दा,
असीं हाँ लाल परदेसी,
सजन मिलसी के न मिलसी
मिलन होसी के न होसी, अधी राती चमकण तारे  जुदाई वाले तीर सानुं किस मारे  न तुसां मारे न असां मारे  मारण वाला प्रभु आप जाणे  तू सच सच आख वे जोगी  सजन मिलसी के न मिलसी  मिलन होसी के न होसी,]]  ]]'''
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