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तुझपर नहीं होता है क्या
 
प्रदूषणों का असर
मौन है क्यों
कुछ तो बता लखनऊ शहर ?
मौन है क्यों
कुछ तो बता लखनऊ शहर ?
बढती हुई जनसँख्या
 
कटते हुये पेंड़
 
है सडकों पर पडे हुये
 
कूड़े- करकट के ढ़ेर
 
घुलता नहीं क्या
 
तेरी धमनियों में
 
गंदगी का जहर
 
कुछ तो बता लखनऊ शहर ?
आ रही नदी- नालियों से
आ रही नदी- नालियों से
कड़वी दुर्गन्ध
 लौद्स्पीकर लौडस्पीकर की आवाज़  
होती नही मन्द
 
देखता हूँ रोगियों को
 
आते- जाते / इधर- उधर
कुछ तो बता लखनऊ शहर ?
कुछ तो बता लखनऊ शहर ?
धुल- धुआं / भीड़- भाड़
 
शोर- शरावा / चीख- पुकार
 रातों की चेन चैन कहाँ  
मुआ मछरों की मार
 
भाग- दौड़/ आपा- धापी में
 
हो रहा जीवन - वसर
 
कुछ तो बता लखनऊ शहर ?
उनमादियों के नारे
उन्मादियों के नारे
गर्म हवा की चिमनियाँ
 
दे रही पैगाम ये
 
खोलना मत खिड़कियाँ
 
सायरन की चीख से क्यों
 
मन में उठ जाता है डर
 
कुछ तो बता लखनऊ शहर ?
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