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* [[कोई ये कह दे गुलशन-गुलशन / जिगर मुरादाबादी]]
* [[मरके भी कब तक निगाहे-शौक़ को रुसवा करें / जिगर मुरादाबादी]]
* [[यही है सबसे बढ़कर महरमे-असरार हो जाना / जिगर मुरादाबादी]]
* [[फ़ुर्सत कहाँ कि छेड़ करें आसमाँ से हम / जिगर मुरादाबादी]]
* [[ये दिन बहार के अब के भी रास आ न सके / जिगर मुरादाबादी]]
* [[हर इक सूरत हर इक तस्वीर मुबहम होती जाती है / जिगर मुरादाबादी]]
* [[फ़ुर्सत कहाँ कि छेड़ करें आसमाँ से हम / जिगर मुरादाबादी]]
* [[निगाहों का मर्कज़ बना जा रहा हूँ / जिगर मुरादाबादी]]
* [[साक़ी से ख़िताब(एक नज़्म) / जिगर मुरादाबादी]]
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