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पंजाबी
,[[रचनाजग्गा जग्गा जमया ते मिलन वधाईयां,]]
<poem>रचनाजग्गा जग्गा जमया ते मिलन वधाईयां,
के सारे पिंड गुड वण्डदी,
जगया के तुर परदेस गयों वे बुआ वजया,