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आदतन तुम ने कर दिये वादे / गुलज़ार
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05:02, 14 फ़रवरी 2010
आदतन तुम ने कर
िदये
दिये
वादे <br>आदतन हम ने ऐतबार
िकया
किया
तेरी राहों में हर बार रुक कर <br>
हम ने अपना ही इन्तज़ार
िकया
किया
अब ना माँगेंगे
िजन्दगी
जिन्दगी
या रब <br>ये गुनाह हम ने एक बार
िकया
किया
Sandeep Sethi
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