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आँख कैसे झुकती है, साँस कैसे रुकती है
कैसे रह निकलती है, कैसे बात चलती है
शौक शौक़ की ज़बाँ क्या है तुम न जान पाओगे
वस्ल का सुकूँ क्या हैं, हिज्र का जुनूँ क्या है
हुस्न का फुसूँफ़ुसूँ<ref>जादू</ref> क्या है, इश्क इश्क़ के दुरूँ<ref>अंदर</ref> क्या हैतुम मरीजमरीज़-ए-दानाई<ref>जिसे सोचने समझने का रोग हो</ref>, मस्लहत के शैदाई<ref>कूटनीति पसंद करने वाला</ref>राह ए गुमरहाँ क्या है तुम ना जान पाओगे
ज़ख़्म कैसे फलते हैं, दाग कैसे जलते हैं
दर्द कैसे होता है, कोई कैसे रोता है
अश्क़ क्या है नाले<ref>दर्दभरी आवाज़</ref> क्या, दश्त क्या है छाले क्या
आह क्या फुगाँ, फ़ुग़ाँ<ref>फरियादफ़रियाद</ref> क्या है, तुम ना जान पाओगे
नामुराद दिल कैसे सुबह-ओ-शाम करते हैं
कैसे जिंदा रहते हैं और कैसे मरते हैं
तुमको कब नज़र आई ग़मज़र्दोंग़मज़दों<ref>दुखियारों</ref> की तनहाईज़ीस्त बे-अमाँ<ref>असुरक्षित जीवन</ref> क्या है तुम ना जान पाओगे
जानता हूँ कि तुम को जौक-एज़ौक़े-शायरी<ref>शायरी का शौक</ref> भी हैशख्सियत शख़्सियत सजाने में इक ये माहिरी भी हैफिर भी हर्फ हर्फ़ चुनते हो, सिर्फ लफ़्ज लफ़्ज़ सुनते होइनके दरमियाँ क्या हैं, तुम ना जान पाओगे
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