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[[Category:गज़ल]]
<poem>एक परवाज़ दिखाई दी है <br>तेरी आवाज़ सुनाई दी है<br><br>
जिस की आँखों में कटी थी सदियाँ <br>उस ने सदियों की जुदाई दी है <br><br>
सिर्फ़ एक सफ़ाह पलट कर उस ने <br>बीती बातों की सफ़ाई दी है <br><br>
फिर वहीं लौट के जाना होगा <br>यार ने कैसी रिहाई दी है <br><br>
आग ने क्या क्या जलाया है शव पर <br>कितनी ख़ुश-रंग दिखाई दी है <br><br/poem>
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