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लाईआ ते तोड़ निभावीं / पंजाबी

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लायिया लाईआ ते तोड़ निभावीं, चन्न वे, छड के न जान्वीं,बीबा छड के न जांवीं...माही सहुकारा जावीं वे, कुड़ी मैं गरीबाँ दी,तेरे हथ डोर,चन्ना मेरिया, मेरे नसीबाँ दी,लायिया ते तोड़ निभावीं...चन्न वे, छड के न जान्वीं बीबा,छड के न जांवीं...
किसे किसे वेले चन्ना मेरेया,जाण मेरी दरदी माही साहुकारा वे,कुड़ी आं गरीबां दीसुनया ऐ लगी होई,तोड़ नइयों छडदी,चन्न वे, लायियाँ ते तोड़ निभावीं, छड के न जान्वीं,तेरे हथ डोर चन्ना मेरेआं नसीबाँ दीबीबा छड के न जान्वींइस ऐस ताज महल उत्ते एहियो सोहे, एहो सोहं पाई एजिंदगी चलाई ए तेरे नाम लई, नाल लाई एहाँ तेरे नाम लई, लायियाँ ते तोड़ निभावीं, चन्न किसे किसे वेले चन्ना जान मेरी डरदी वे, छड के न जान्वीं, बीबा छड के न जांवीं...सुनया ऐ लगी होई तोड़ नइयों चड़दी
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