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हेठ वगे दरिया के ते ऊपर में मैं खड़ी, मेरे वीरे लावाय लवाया बाग खिड पई चंबा कली, चंबा कली न तोड़ वीर मेरा मरुगामारुगा,वीरा मेरा सरदार बैठे कुर्सी ते, भाबो मेरी परधान बैवे रत्ते पीढ़े, रातडा रत्तड़ा पीढ़ा चीकदा, भाबो नु उडीकदाउड़ीकदा, भाबो कैंदी कोलों आइयाँ, झगा झग्गा चुन्नी ले आयीन्याँ।लेआइयाँ।
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