भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
मोरा गोरा अंग लइ ले / बंदिनी का नाम बदलकर तेरा जाना दिल के अरमानों का लुट जाना / शैलेन्द्र कर दिया गय
#REDIRECT [[तेरा जाना दिल के अरमानों का लुट जाना / शैलेन्द्र]]