भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
ग़ालिब
,* [[हवस को है निशात-ए-कार / गा़लिब]]
* [[दहर में नक़्श-ए वफ़ा / गा़लिब]]
* [[आ कि मेरी जाँ जां को क़रार नहीं है / गा़लिब]]
* [[आह को चाहिये इक उम्र असर होने तक / गा़लिब]]
* [[आईना क्यूँ न दूँ कि तमाशा कहें जिसे / गा़लिब]]
* [[क्यूँ जल गया न ताब-ए रुख़-ए यार देख कर / ग़ालिब]]
* [[शुमार-ए सुबह मरग़ूब-ए बुत-ए-मुश्किल पसंद आया / ग़ालिब]]
* [[तुम ना आये तो क्य सहर ना हुई / ग़ालिब]]<sort>