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[[Category:ग़ज़ल]]
<poem>वो आके ख़्वाब में तस्कीन-ए-इज़्तिराब तो दे
वले मुझे तपिश-ए-दिल मजाल-ए-ख़्वाब तो दे
वो आके ख़्वाब करे है क़त्ल लगावट में तस्कीन-ए-इज़्तिराब तो दे <br>तेरा रो देना वले मुझे तपिश-ए-दिल मजाल-एतेरी तरह कोई तेग़े-ख़्वाब निगह की आब तो दे <br><br>
करे है क़त्ल लगावट में तेरा रो देना <br>तेरी तरह कोई तेग़दिखाके जुम्बिशे-ए-निगाह को आब लब ही तमाम कर हमको न दे जो बोसा, तो मुंह से कहीं जवाब तो दे <br><br>
दिखा के जुम्बिश-ए-लब ही तमाम कर हमको <br>पिला दे ओक से साक़ी जो हमसे नफ़रत है प्याला गर नहीं देता न दे जो बोसा तो मूँह से कहीं जवाब शराब तो दे <br><br>
पिला दे ओअक से साक़ी जो हमसे नफ़्रत है <br>प्याला गर नहीं देता न दे, शराब तो दे <br><br> "असद" ख़ुशी से मेरे हाथ -पाँव फूल गए <br>कहा जो उस ने उसने, ज़रा मेरे पाँव दाब तो दे <br><br/poem>