भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
}}
{{KKFilmRachna
|रचनाकार=शकील् बदयुनिशकील बदायूनी
}}
<poem>
नन्हा मुन्ना राही हूँ, देश का सिपाही हूँ
बोलो मेरे संग, जय हिन्द्हिन्द, जय हिन्द्हिन्द, जय हिन्द्हिन्द
रस्ते पे चलूंगा न डर-डर के
चाहे मुझे जीना पडे पड़े मर-मर केमंजिल मंज़िल से पहले ना लूंगा कहीं दम्दमआगे ही आगे बढाउंगा कदम्बढाऊँगा कदमदाहिने बाएं दाहिने बाएं, थम्थम!नन्हा मुन्ना राही हूँ, देश का सिपाही हूँबोलो मेरे संग, जय हिन्द्, जय हिन्द्, जय हिन्द्...
धूप् मे धूप में पसीना बहाउंगा बहाऊँगा जहाँ
हरे-भरे खेत लहराएगें वहाँ
धरती पे फाके न पाएगें जनमजन्मआगे ही आगे बढाउंगा कदम्दाहिने बाएं दाहिने बाएं, थम्!नन्हा मुन्ना राही हूँ, देश का सिपाही हूँबोलो मेरे संग, जय हिन्द्, जय हिन्द्, जय हिन्द्...
नया है जमाना ज़माना मेरी नई है डगरदेश को बनाउंगा बनाऊँगा मशीनों का नगर
भारत किसी से न रहेगा कम
आगे ही आगे बढाउंगा कदम्दाहिने बाएं दाहिने बाएं, थम्!नन्हा मुन्ना राही हूँ, देश का सिपाही हूँबोलो मेरे संग, जय हिन्द्, जय हिन्द्, जय हिन्द्...
बडा बड़ा हो के देश का सितारा बनूंगा
दुनिया की आँखो का तारा बनूंगा
रखूंगा उंचा रखूँगा ऊँचा तिरंगा हरदमआगे ही आगे बढाउंगा कदम्दाहिने बाएं दाहिने बाएं, थम्!नन्हा मुन्ना राही हूँ, देश का सिपाही हूँबोलो मेरे संग, जय हिन्द्, जय हिन्द्, जय हिन्द्...
शान्ति शांति की नगरी है मेरा ये वतन्वतनसबको सिखाउंगा सिखाऊँगा प्यार का चलनदुनिया मे गिरने न दुंगा दूँगा कहीं बम्बमआगे ही आगे बढाउंगा कदम्दाहिने बाएं दाहिने बाएं, थम्!नन्हा मुन्ना राही हूँ, देश का सिपाही हूँबोलो मेरे संग, जय हिन्द्, जय हिन्द्, जय हिन्द्...
</poem>
Delete, Mover, Uploader
894
edits