भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
चौपाल
,<!-- ***** कृपया इस पंक्ति से ऊपर की ओर कोई बदलाव न करें। आप जो भी लिखना चाहते हैं -इस पंक्ति से नीचे लिखें। ***** -->
aaj pahli baar jude hai kavitakosh se,
hum abhi se kya batayen, kya humare dil me hai........
aapke subh prayatan ke liye dhanyawad.
yukneel
== सीधे अनूदित और अंग्रेज़ी से अनूदित ==