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तुमने बताया ख़ून के रिश्तों से बढ़कर
लोकमंगल है
निति नीति वही श्रेष्ट है जो समाज के बृहद हित में हो
प्रेम का मूल्य सबसे बढ़कर है
स्त्रियों का सम्मान और स्वतंत्रता
प्रथम भारतीय धारनीय है
निर्भय वही है जो निर्लिप्त है
व्यक्तिगत महत्वकांक्षा महत्वकांक्षाऐ सर्वप्रथम त्याज्य है सत्य वह नहीं है जो हम हमने सुन कर माना मनन करते है हो
सत्य वही है जिसका हम आविष्कार करते हैं
है परम क्रन्तिकारी
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