भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

नाहन में / अवतार एनगिल

3 bytes removed, 04:54, 20 अप्रैल 2010
अभी अभी मेरे कानों में घुला है
अब यादा याद आया
कि क्यों गदराई है
इस शहर की सड़कें