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नया पृष्ठ: इस रंग से लिपटकर अभी सोये हैं<br /> धरती के भीतर<br /> कपास और सीताफल के ब…
इस रंग से लिपटकर अभी सोये हैं<br />
धरती के भीतर<br />
कपास और सीताफल के बीज<br />
<br />
दिया-बाती के बाद<br />
इसी रंग को सौंप देते हैं हम<br />
अपने दिन भर की थकान<br />
और उधार ले लेते हैं जरा-सी नींद<br />
<br />
यह रंग दोने में भरे उन जामुनों का है<br />
जो बाजार में बिककर<br />
न जाने कितने घरों के लिए<br />
नोन-तेल-लकड़ी में बदल जायेंगे<br />
<br />
यह रंग तुम्हारे बालों के मुलायम समुद्र का है<br />
जो संगीत और सुगन्ध से भरा है<br />
और जहॉं मैं सिर से पॉंव तक डूब गया हूं<br />
<br />
यह भादों की उन घटाओं का रंग है<br />
जिन्हें छुपाये रखती है मॉं अपनी पलकों में<br />
और डूबने से बचा रहता है घर<br />
<br />
कितनी चींखें, हत्यायें और रक्त लिए<br />
आ धमकता है यह रंग<br />
सूरज के डूबते ही<br />
<br />
और एक दिये के सामने<br />
पराजित रहता है रात भर.<br />
<br />
धरती के भीतर<br />
कपास और सीताफल के बीज<br />
<br />
दिया-बाती के बाद<br />
इसी रंग को सौंप देते हैं हम<br />
अपने दिन भर की थकान<br />
और उधार ले लेते हैं जरा-सी नींद<br />
<br />
यह रंग दोने में भरे उन जामुनों का है<br />
जो बाजार में बिककर<br />
न जाने कितने घरों के लिए<br />
नोन-तेल-लकड़ी में बदल जायेंगे<br />
<br />
यह रंग तुम्हारे बालों के मुलायम समुद्र का है<br />
जो संगीत और सुगन्ध से भरा है<br />
और जहॉं मैं सिर से पॉंव तक डूब गया हूं<br />
<br />
यह भादों की उन घटाओं का रंग है<br />
जिन्हें छुपाये रखती है मॉं अपनी पलकों में<br />
और डूबने से बचा रहता है घर<br />
<br />
कितनी चींखें, हत्यायें और रक्त लिए<br />
आ धमकता है यह रंग<br />
सूरज के डूबते ही<br />
<br />
और एक दिये के सामने<br />
पराजित रहता है रात भर.<br />
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