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Kavita Kosh से
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‘विनती सुन लो हे भगवान,
विद्या बुद्धि नहीं है पास,
पैदा तुमने किया सभी को ,
हाथ जोड़कर खड़े हुए हैं,
बुरे काम से हमें बचाना,
बड़ा बड़ा पद पावैगे हम ,
कितना भी बढ़ जावैगे हम,
हमें सहारा देते रहना,
लो फिर शीस नवाते हैं हम
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