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{{KKRachna
|रचनाकार=गुलाब खंडेलवाल
|संग्रह=शब्दों से परे/ गुलाब खंडेलवाल
}}
[[category: कविता]]
सपनों की छवि से
भर लिया,
अंतर की ज्वाला में,
जला-बुझा किया
टेरता पपीहा-सा